➡️ कैसे करें इतिहास मुख्य परीक्षा की तैयारी
सिविल सेवा मुख्य परीक्षा हेतु अचूक रणनीति एवं लेखन शैली का विशेष महत्व होता है । विशेष रणनीति के तहत पहले पूरे पाठ्यक्रम का अध्ययन करे और करीब 150 से 200 प्रश्नों को तैयार करें लेकिन मुख्य परीक्षा से एक महीना पहले अतिमहत्त्वपूर्ण टॉपिक का चयन कर उससे करीब 20 से 30 प्रश्न तैयार करें और उसे अच्छी तरह समझकर याद कर लें । जितना जरूरी विषय - वस्तु की जानकारी है , उतना ही जरूरी लेखन शैली भी है । लेखन शैली को बेहतर बनाने के लिए अच्छे शिक्षक के मार्गदर्शन में नियमित अभ्यास करें । लिखावट शुद्ध , स्पष्ट एवं सुंदर होनी चाहिए ।
सफल होने के लिए सबसे पहले यह समझना होगा कि किन - किन कारणों से छात्र मुख्य परीक्षा में असफल होते हैं । विषय - वस्तु का पर्याप्त जानकारी न होना , लिखावट अस्पष्ट होना , विचारों में असंतुलन , समय प्रबंधन का अभाव , तीन प्रश्नों का उत्तर अति विस्तृत तथा दो प्रश्नों का उत्तर अत्यंत संक्षिप्त देना , प्रश्नों की प्रकृति समझे बिना उत्तर देना आदि । उपरोक्त कारणों से मुख्य परीक्षा में अच्छे अंक नहीं आते हैं । प्रश्न लिखने से पहले प्रश्न को सही से पढ़ लें ।
प्रश्न कम से कम 5 मिनट उस प्रश्न के उत्तर का खाका निर्माण में व्यय करना चाहिए तथा बाकी 30 से 35 मिनट में प्रश्न का उत्तर लिखना चाहिए । प्रत्येक प्रश्न में विभिन्न प्रकार के संबोधन जैसे - मूल्यांकन , विश्लेषण , आलोचनात्मक मूल्यांकन , टिप्पणी , समीक्षा , प्रकाश डालिए और समझायें आदि शब्द जुड़े होते हैं इन सभी शब्दों का एक निश्चित अर्थ होता है व्याख्या - विस्तार से विवेचना करें ताकि मूल भाव स्पष्ट हो जाय । टिप्पणी - अपने विचार व्यक्त करें तों के माध्यम से । समीक्षा - सबल व निर्बल दोनों पक्षों को ऐतिहासिक उपपि के आधार पर लिखें । आलोचनात्मक मूल्यांकन - पक्ष - विपक्ष दोनों पक्षों को ऐतिहासिक पृष्ठभूमि में लिखे , फिर सामान्य निष्कर्ष दें । संबंध - समानता एवं असमानता । युक्ति - युक्ति विवेचना - किसी दूसरे संबंधित तथ्य के परिप्रेक्ष्य में विवेचना । आकलन - स्पष्ट करने जैसा हो है । क्या आप समझते हैं - असहमति के बिंदु भी दर्शाने होते हैं । उपरोक्त सभी शब्दों का उस प्रश्न के संदर्भ में विशिष्ट महत्व होता है । अत : इन शब्दों की उपेक्षा करके उत्तर न लिखें क्योंकि ये शब्द अंकों में महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं ।
प्रश्न का चयन करते समय इस बात का ध्यान रखे कि जिस प्रश्न पर उत्तर आप बेहत्तर ढंग से दे सकते हैं उसे पहले चिह्नित कर लें । उत्तर के शुरुआत में कुछ भूमिका लिखें , इसके बाद उत्तर को आठ - दस प्वांइट बनाकर लिखें तथा उत्तर के अंत में एक संतुलित निष्कर्ष लिखें । इतिहास का तुलनात्मक अध्ययन करें जैसे राजनीतिक स्थिति , आर्थिक , सामाजिक एवं सांस्कृतिक स्थितियों का एक - दूसरे काल से तुलना करें तथा परिवर्तन के तत्व को विशेष ढंग से समझें ।
याद करने के बजाय समझने पर अधिक ध्यान दें । इतिहास में संक्रमण काल का विशेष महत्व होता है , इसलिए उसे हल्के ढंग से न लें । प्रत्येक काल एवं शासन अपने विशेष उपलब्धियों के लिए जाना जाता है जैसे - चोलकाल स्थानीय प्रशासन एवं सांस्कृतिक उपलब्धियों के लिए जाना जाता है । मुख्य परीक्षा में प्रश्न वहीं से उठाये जाते हैं । इतिहास लेखन विभिन्न तरह के विचारधारा से प्रभावित है । उत्तर लिखते समय विचारों में संतुलन बनाये रखे । उपरोक्त बातों को ध्यान में रखकर इतिहास में अधिकतम अंक उठाया जा सकता है । हमारी शुभकमाना आपके साथ है ।
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