शिक्षा में सूचना एवं संप्रेषण तकनीकी की भूमिका ।
आधुनिक युग में सूचना सम्प्रेषण तकनीकी ने शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है । सूचना सम्प्रेषण तकनीकी ने मानव जीवन के प्रत्येक क्षेत्र को प्रभावित किया है । सूचना सम्प्रेषण तकनीकी मानव जीवन की आवश्यकता ही नही बल्कि एक विशेष अंग बन गई है । निम्न बिन्दुओं के आधार पर सूचना सम्प्रेषण तकनीकी का महत्व बताया जा . सूचना - सम्प्रेषण तकनीकी विधार्थियों के लिए ध्यान केन्द्रित करने का उत्तम साधन है । सूचना - सम्प्रेषण तकनीकी का उपयोग छात्र - छात्राओं के अधिगम स्तर को सरल तथा सुगम बनाने में किया जा सकता है ।
• सूचना - सम्प्रेषण तकनीकी छात्रों के स्तरानुसार पाठ्य - सामग्री को सरस एवं रूचिपूर्ण बनाने में उपयोगी सिध्द . . सभी स्तर के विधार्थीयों की शिक्षा सम्बन्धी जरूरतों को पूर्ण करने में सूचना सम्प्रेषण तकनीकी का अधिकाधिक महत्व है ।
दिन - प्रतिदिन शिक्षा की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए वर्तमान समय में सूचना सम्प्रेषण तकनीकी का अहम योगदान रहा है । सूचना - सम्प्रेषण शैक्षिक ही नही वरन् सामाजिक वातावरण को व्यवस्थित दिशा एवं दशा प्रदान करने में लाभदायक है ।
. आवश्यकता - सूचना सम्प्रेषण तकनीकी , मानव - जीवन की महत्वपूर्ण आवश्यकता बन चुकी है । सूचना - सम्प्रेषण के माध्यम से किसी भी क्षेत्र के कर्मचारियों तथा अधिकारियों के ज्ञान में तीव्र वृष्दि की जा सकती है । इससे वे अपने कार्य को और भी ज्यादा निपूणता पूर्वक कर सकते है । मानवीय संसाधनों को जुटाना , नियुक्ति सम्बन्धी कार्य करना आदि । इन सभी कार्यों के लिए सूचनाओं का प्रचार - प्रसार अत्यन्त आवश्यक है । सूचना - सम्प्रेषण का प्रयोग इस कारण भी किया जाता है । ताकि व्यवसाय से सम्बन्धित सभी सूचनाओं का आदान - प्रदान सरतापूर्वक हो सके ।
इसकी सहायता से वस्तुओं का क्रय - विक्रय , उपभोक्ताओं की आवश्यकता पूर्ति , संसाधनों की उपलब्धता आदि के सम्बन्ध में सूचनाएं भेजी एवं प्राप्त की जा सकती है । सम्प्रेषण का उपयोग आज के वर्तमान समय में सभी स्तरों पर सूचनाओं भेजने प्राप्त करने , योजनाएं बनाने आमजन को जीवन की वास्तविकताओं से परिचित कराने में किया जाता है । सूचना - सम्प्रेषण तकनीकी समन्वय के लिए भी आवश्यक है । सभी प्रकार की व्यावसायिक क्रियाओं को व्यवस्थित क्रियाओं को व्यवस्थित रूप से जारी रखने के लिए आवश्यक है कि , विभिन्न विभागों एवं संस्थाओं में समन्वय स्थापित किया जाए और ऐसे कार्यों के लिए भी सूचना सम्प्रेषण की सहायता ली जाती है । इन्ही कारणों की वजह से सूचना - सम्प्रेषण तकनीकी मानवीय बहुमुखी विकास के लिए अत्यन्त आवश्यक है ।
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