Q. ज्ञानानुशासन को परिभाषित करें। आपके द्वारा चयनित ज्ञानानुशासन विषय का विद्यालय विषयों या अन्य विषयों के साथ आपसी जुड़ा व की व्याख्या करें।
अथवा,
Q. अकादमीक अनुशासन, शैक्षिक अनुशासन या ज्ञानानुशासन से आप क्या समझते हैं इनके महत्व एवं विशेषताएं बताइए।
प्रस्तावना
हम जानते हैं कि ज्ञान की शाखाएं विषय के रूप में जानी जाती है जो कि प्रायः विद्यालय स्तर पर पढ़ाया जाने वाला पाठ्य संग्रह होता है परंतु जब इसी विषय का स्तर इतना ऊंचा हो जाए कि वह किसी शोध परक ज्ञान का हिस्सा हो जाए तो हम ज्ञान अनुशासन विषय अनुशासन में होते हैं जिसका उद्देश्य उच्च विचारक दिशा विद्वान शोधार्थी तैयार करना रहता है ऐसा होने से नए ज्ञान का सृजन तो होता ही है साथ ही पुराने सीखी गई बातों की तथ्य समीक्षा( उचित ठोस प्रमाण के आधार पर) भी होती है|
कोई भी विषय अनुशासन या ज्ञानानुशासन में किसी विशिष्ट क्षेत्र के ज्ञान का एक विशाल संग्रह रहता है| या इतना विस्तृत और विस्तृत हो जाता है कि फिर उस संबंधित ज्ञान अनुशासन के कई उप-ज्ञानानुशासन तैयार हो जाते हैं। जैसे इतिहास एक ज्ञानानुशासन है तो फिर प्राचीन भारतीय इतिहास, मध्यकालीन भारतीय इतिहास एवं आधुनिक इतिहास,भारतीय इतिहास आदि अपने आप में ज्ञान का एक विशाल भंडार है|
हम जानते हैं कि विषय विषय का पठन-पाठन विद्यालय स्तर तक होता है। वही ज्ञानानुशासन का पठन-पाठन स्थल विश्वविद्यालय होता है|
ज्ञान अनुशासन की परिभाषा
विभिन्न विद्वानों एवं शिक्षार्थियों ने अपने तर्क एवं चिंतन के आधार पर यान अनुशासन के निम्नलिखित परिभाषा दिए हैं-
अंथोनी बिगलैंड के अनुसार के अनुसार-, " ज्ञानानुशासन/ विषयानुशासन ज्ञान की वह शाखा है जो उच्च शिक्षा के शिक्षण एवं शोध का हिस्सा होता है। "
डेंज जेड के अनुसार, " ज्ञानानुशासन ज्ञान की वह शाखा है जो विश्वविद्यालय के अकादमिक संभाग से संबंधित होता है। "
मेरे द्वारा चयनित विषय विज्ञान-
Subject as a science :- कोई भी विषय विज्ञान के रूप में तभी प्रकट होती है जब इससे निम्नलिखित विशेषताएं दिखाई देती है।
- Search of truth
- Scientific method of study
- Re examine
- Experimentable
- Having hypothesis
- Study of cause and effect
- Qualitative and quantitative analysis Systematic and organised
- Discovery and innovation
- Specific principle
- वैज्ञानिक प्रयोगों तथा खोजों की व्यवस्था करने के लिए ग्राफ, सूत्रा, संख्या, समीकरण, सांख्यिकी आदि की आवश्यकता होती है जिनका संबंध गणित से है।
- अनेक बातों एवं प्रयोगों से यह स्पष्ट होता है कि गणित के अभाव में विज्ञान का ज्ञान असंभव है।
- विज्ञान और इतिहास का भी घनिष्ठ संबंध है महान वैज्ञानिकों के जीवन इतिहास का अध्ययन कर छात्रा अन्वेषण की प्रेरणा लेते हैं।
- बीमारियों पर नियंत्रण इतिहास तथा विज्ञान का मिलाजुला क्षेत्र हैं।
- किसी प्राचीन सिक्के के रासायनिक विश्लेषण से उस समय के लोगों का धातु ज्ञान आदि से विज्ञान और इतिहास का संबंध दिखाया जाता है।
5. विज्ञान तथा कृषि का संबंध
- कृषि की आधुनिक प्रगति में विज्ञान का विशेष महत्व है।
- विभिन्न प्रकार के खाद्य तैयार करने में नवीन किस्मों के पौधे विकसित करने के लिए पौधों को रोग से बचाने के लिए कृषि औजारों के निर्माण के लिए विज्ञान की सहायता ली जाती है।
6. विज्ञान तथा कला में संबंध -
- कल अनेक प्रकार की होती है ( जैसे,चित्र कला,शिल्प कला, हस्तकला आदि ) प्रत्येक प्रकार की कला में विज्ञान का ज्ञान अनिवार्य है।
- जीव विज्ञान भौतिक विज्ञान रसायन विज्ञान आदि में जो विभिन्न प्रकार के चार्ट मॉडल नक्शे बनाए जाते हैं उन सब में कला की आवश्यकता होती है।
- अन्य कलाओं में जो अन्य प्रयोग किए जाते हैं वैज्ञानिक सिद्धांतों के आधार पर बनते हैं।
7. विज्ञान तथा संगीत का संबंध
- विज्ञान के संगीत सरकारी निकटता है ध्वनि ध्वनि के गुण तीव्रता आदि का ज्ञान बहुत ही विज्ञान के विषय वस्तु है।
- हारमोनियम पियानो ग्रामोफोन टेप रिकॉर्डर टीवी आदि यंत्र विज्ञान की देन हैं।
7.विज्ञान तथा स्वास्थ्य विज्ञान का संबंध
- स्वास्थ्य विज्ञान का अधिक संबंध जीव विज्ञान तथा वनस्पति विज्ञान से हैं।
- हमें यह बतलाता है कि शरीर के अंदर यह क्रिया किस प्रकार की होती है तथा इनके लिए हमें किन-किन सावधानियों की आवश्यकता है अर्थात हम यह कह सकते हैं कि विज्ञान के ज्ञान से स्वास्थ्य विज्ञान को भलीभांति समझा जा सकता है
By- Prof. Rakesh Giri
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