गुणनखंडों द्वारा द्विघात समीकरण का हल (Solution of a Quadratic Equation by Factorisation)

प्रशन : 1. गुणनखंड विधि से निम्न द्विघात समीकरणों के मूल ज्ञात कीजिए :
(i) x2-3x-10=0
हल:
दिया गया है, x2-3x-10=0
मध्य भाग का विस्तार करने पर। यहाँ -3x को इस तरह लिखा जा सकता है -5x+2x
x2-5x+2x-10=0
x तथा 2 को उभयनिष्ठ करने पर हम पाते हैं कि
x(x-5)+2(x-5)=0
(x-5) को उभनिष्ठ करने पर हम पाते हैं कि
(x-5)(x+2)=0
अब स्थिति - I: x-5=0
x=5
स्थिति - II: x+2=0
=x=-2
अत: दिये गये द्विघात समीकरण (quadratic equation) के दो मूल -2 तथा 5 हैं। उत्तर

प्रश्न (1) (ii) 2x2+x-6=0
हल:
दिया गया है, 2x2+x-6=0
मध्य भाग का विस्तार करने पर। यहाँ x को 4x-3x लिखा जा सकता है।
2x2+4x-3x-6=0
अब 2x प्रथम दो पदों से तथा 3 को अंतिम दो पदों से उभनिष्ठ लेने पर
2x(x+2)-3(x-2)=0
(x+2) को उभयनिष्ठ लेने पर
(x+2)(2x-3)=0
अत: स्थिति -I:
यदि x+2=0
x=-2
तथा स्थिति - II:
यदि 2x-3=0
2x=3
x=32
अत: दिये गये द्विघातीय समीकरण दो मूल है: -2 तथा 32 उत्तर

प्रश्न (1) (iii)2x2+7x+52=0
हल:
दिया गया है, 2x2+7x+52=0
मध्य पद को विस्तार करने पर। यहाँ 7x को 2x+5x लिखा जा सकता है।
2x2+2x+5x+52=0
अब प्रथम दो पदों से 2 तथा अंतिम के दो पदों से 5 को उभयनिष्ठ लेने पर, हम पाते हैं कि
2x(x+2)+5x(x+2)=0
(x+2) को उभनिष्ठ लेने पर, हम पाते हैं कि
(x+2)(2x+5x)=0
अब स्थिति -I:`
यदि (x+2)=0
x=-2
स्थिति - II:
यदि 2x+5=0
2x=-5
x=-52
अत: दिये गये द्विघात समीकरण के दो मूल -52 तथा -2 हैं। उत्तर
प्रश्न (1) (iv) 2x2-x+18=0
दशम गणित के NCERT प्रश्नावली 4.2 के प्रश्न (1) (iv) का हल:
दिया गया है, 2x2-x+18=0
16x2-8x+18=0
16x2-8x+1=0
मध्य पद -8x का विस्तार करने पर, इसे -4x-4x लिखा जा सकता है।
16x2-4x-4x+1=0
अब प्रथम दो पदों से 4x तथा अंतिम दो पदों स -1 उभयनिष्ठ लेने पर हम पाते हैं कि
4x(4x-1)-1(4x-1)=0
अब 4x-1 उभयनिष्ठ लेने पर, हम पाते हैं कि
(4x-1)(4x-1)=0
यदि 4x-1=0
तो 4x=1
x=14
अत: दिये गये द्विघात समीकरण का केवल एक ही मूल 14 है। उत्तर
प्रशन (1) (v) 100x2-20x+1=0
दशम गणित के NCERT प्रश्नावली 4.2 के प्रश्न (1) (v) का हल:
दिया गया है, 100x2-20x+1=0
मध्य पद -20x को विस्तार कर (-10x-10x) लिखने पर हम पाते हैं कि
100x2-10x-10x+1=0
प्रथम दो पदों से 10x तथा अंतिम दो पदों से (-1) उभयनिष्ठ लेने पर, हम पाते हैं कि
10x(10x-1)-1(10x-1)=0
(10x-1) उभनिष्ठ लेने पर हम पाते हैं कि
(10x-1)(10x-1)=0
यहाँ पर केवल एक ही स्थिति उत्पन्न होती है, i.e. 10x-1=0
अत: यदि 10x-1=0
10x=1
x=110

अत: दिये गये द्विघात समीकरण का केवल एक ही मूल 110 है। Answer


प्रश्न : 2. उदाहरण 1 में दी गई समस्याओं को हल किजिये
(i) जॉन और जीवंती के पास कुल मिलाकर 45 कंचे हैं। दोनों पाँच– पाँच कंचे खो देते हैं और अब उनके पास कंचों की संख्या का गुणनफल 124 है। हम जानना चाहेंगे कि आरंभ में उनके पास कितने कंचे थे।
दशम गणित के NCERT प्रश्नावली 4.2 के प्रश्न (2) (i) का हल :
दिया गया है, जॉन और जीवंती के पास कुल कंचों की संख्यां =45
उनमें से प्रत्येक के द्वारा 5 – 5 कंचे खो देने के बाद दोनों के पास बची हुई कुल कंचों की संख्यां =45-(5×2)=35
अब माना कि जॉन के पास कुल कंचों की संख्यां =x
∴ पाँच कंचे खो देने के बाद जीवंती के पास बचे कंचों की संख्यां =35-x
अब दिया गया है कि कंचे खो देने के बाद दोनों के पास बची कंचों की संख्यां का गुणनफल =124
x(35-x)=124
35x-x2=124
-x2+35x-124=0
-x2+31x+4x-124=0
[∵ चूँकि मध्य पद (+35x) को (31x+4x) लिखा जा सकता है।]
अब प्रथम दो पदों से (-x) तथा अंतिम दो पदों से (4) उभयनिष्ठ लेने पर, हम पाते हैं कि
-x(x-31)+4(x-31)=0
(x-31) उभयनिष्ठ लेने पर, हम पाते हैं कि
(x-31)(-x+4)=0
अब, Case -I :
अत: यदि, (x-31)=0
x=31
तथा Case - II :
यदि -x+4=0
-x=4x=-4
चूँकि Case - II में कंचों की संख्या का मान ऋणात्मक है, अत: उसे छोड़ दिया जाता है।
अत: यहाँ पर केवल एक ही case - I मान्य है।
अत: जॉन के पास कंचों की संख्यां =x+5=31+5=36
चूँकि दोनों को मिलाकर कुल कंचों की संख्यां 45 थी, अत: जीवंती के पास कंचों की संख्यां =45-36=9
∴ जॉन के पास कंचों की संख्यां = 36
तथा जीवंती के पास कंचों की संख्यां = 9 Answer

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

संप्रेषण की परिभाषाएं(Communication Definition and Types In Hindi)

  संप्रेषण की परिभाषाएं(Communication Definition and Types In Hindi) संप्रेषण का अर्थ ‘एक व्यक्ति द्वारा दूसरे व्यक्ति को सूचनाओं एवं संदेशो...