BPSC Teacher Wala SET-1
BPSC teacher Exam Most important questions with answer
1-निम्नलिखित में से किसको कैल्कोलिथिक युग भी कहा जाता है-
a) नव पाषाण युग
b) पुरा पाषाण युग
c) ताम्र पाषाण युग
d) लौह युग
Ans-c
ताम्र पाषाण युग को कैल्कोलिथिक युग भी कहा जाता है। जिन संस्कृतियों में तांबे के औजारों के साथ ही पत्थर के बने उपकरणों का प्रचलन मिलता है, उन्हें प्रायः ताम्र-पाषाणिक संस्कृतियां कहा जाता है।
(All BPSC Previous Year History Questions in Hindi)
2-ऋग्वेद संहिता का नौवां मंडल पूर्णतः किसको समर्पित है-
a) इंद्र और उनका हाथी
b) उर्वशी एवं स्वर्ग
c) पौधों और जड़ी-बूटियों से संबंधित देवतागण
d) सोम और इस पेय पर नामाकृत देवता
Ans-d
3-त्रिपिटक किसकी धार्मिक पुस्तक है-
a) जैन
b) हिन्दू
c) पारसी
d) बौद्ध
e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
Ans-d
'त्रिपिटक' बौद्ध धर्म ग्रंथों में सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। बुद्ध के बाद उनकी शिक्षाओं को संकलित कर तीन भागों में बांटा गया, इन्हीं को त्रिपिटक कहते हैं। ये हैं - (1) विनय पिटक (संघ संबंधी नियम तथा आचार की शिक्षाएं) (2) सुत्त पिटक (महात्मा बुद्ध के वचन) तथा (3) अभिधम्म पिटक (दार्शनिक सिद्धांत)।
4-किस शासक द्वारा सर्वप्रथम पाटलिपुत्र का राजधानी के रूप में चयन किया गया-
a) अजातशत्रु द्वारा
b) कालाशोक द्वारा
c) उदयिन द्वारा
d) कनिष्क द्वारा
Ans-c
5-किस प्रकार की भूमि को 'अप्रहत' कहा जाता था-
a) बिना जोती हुई जंगली भूमि
b) सिंचित भूमि
c) घने जंगल वाली भूमि
d) जोती हुई भूमि
e) उपरोक्त में से कोई नहीं/ उपरोक्त में से एक से अधिक
Ans-a
6-कर्नाट वंश का संस्थापक कौन था-
a) नरसिंहदेव
b) विजयदेव
c) हरिदेव
d) नान्यदेव
e) उपरोक्त में से कोई नहीं/ उपरोक्त में से एक से अधिक
Ans-d
कर्नाट वंश के संस्थापक नान्यदेव (1097-98 ई.) थे| वे एक महान वे योद्धा थे। नान्यदेव ने कर्नाट की राजधानी सिमरॉवगढ़ को बनाया। कर्नाट वंश का शासनकाल (1097-1325 ई.) मिथिला का स्वर्ण युग कहलाता है।
7- गौतम बुद्ध को एक देवता का स्थान किस राजा के युग में प्राप्त हुआ-
a) अशोक
b) कनिष्क
c) चंद्रगुप्त विक्रमादित्य
d) हर्ष
Ans-b
कनिष्क के शासनकाल में सम्पन्न चतुर्थ बौद्ध संगीति में बौद्ध धर्म हीनयान एवं महायान नामक दो स्पष्ट एवं स्वतंत्र संप्रदायों में विभक्त हो गया। महायान शाखा में बुद्ध को देवता माना गया तथा उनकी पूजा की जाने लगी। इसी के साथ अनेक बोधिसत्वों की भी पूजा प्रारंभ हुई।
(BPSC Previous Year History Questions in Hindi)
8-सोलह महाजनपदों की सूची उपलब्ध है-
a) महाभारत में
b) अंगुत्तरनिकाय में
c) छांदोग्य उपनिषद् में
d) संयुक्त निकाय में
Ans-b
9-प्रथम मगध साम्राज्य का उत्कर्ष किस शताब्दी में हुआ था-
a) ई. पू. चौथी शताब्दी
b) ई. पू. छठवीं शताब्दी
c) ई. पू. दूसरी शताब्दी
d) ई. पू. पहली शताब्दी
Ans-b
10-अशोक के 'धम्म' का मूल संदेश क्या है-
a) राजा के प्रति वफादारी
b) शांति एवं अहिंसा
c) बड़ों का सम्मान
d) धार्मिक सहनशीलता
e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
Ans-e
11-कौटिल्य की पुस्तक अर्थशास्त्र किस विषय पर आधारित है-
a) आर्थिक संबंध
b) शासनकला के सिद्धांत और अभ्यास
c) विदेश नीति
d) धन संचय
e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
Ans-e
कौटिल्य (चाणक्य) द्वारा मौर्य काल में रचित अर्थशास्त्र शासन के सिद्धांतों और अभ्यास की पुस्तक है। इसमें राज्य के लिए मंडल सिद्धांत है, जो विदेश नीति की व्याख्या करता है। इसके अलावा इसमें सप्तांग सिद्धांत - राजा, अमात्य, जनपद, दुर्ग, कोष, दंड एवं मित्र की सर्वप्रथम व्याख्या मिलती है। अर्थशास्त्र में तत्कालीन प्रशासन एवं कृषि, शिल्प एवं व्यापार व्यवस्था की भी विस्तृत जानकारी प्राप्त होती है।
12-निम्नलिखित में से कौन-सा बंदरगाह गुप्तकाल में उत्तर व्यापार के लिए उपयोग किया जाता था-
a) कल्याण
b) ताम्रलिप्ति
c) भडोच
d) कैम्बे
e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/ उपर्युक्त में से एक से अधिक
Ans-b
गुप्तकाल में बंगाल में ताम्रलिप्ति एक प्रमुख बंदरगाह था, जहां से उत्तर भारत के साथ दक्षिण-पूर्व एशिया, चीन, लंका, जावा, सुमात्रा आदि देशों के साथ व्यापार होता था। पश्चिमी भारत का पश्चिमी देशों के प्रमुख बंदरगाह भृगुकच्छ (भडौच) था, जहां से साथ समुद्री व्यापार होता था।
13-इनमें से कौन गुप्त काल में औषधि के क्षेत्र में अपने कार्य के लिए जाने जाते हैं-
a) सुश्रुत
b) शूद्रक
c) सौमिला
d) शौनक
e) (e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/ उपर्युक्त में से एक से अधिक
Ans-e
14-चीनी यात्री ह्वेनसांग ने किस विश्वविद्यालय में अध्ययन किया था-
a) तक्षशिला
b) विक्रमशिला
c) मगध
d) नालंदा
Ans-d
BPSC Previous Year History Objective Questions in Hindi
15-सूती कपड़ों के उत्पादन के लिए सबसे प्रसिद्ध नगर था-
a) मथुरा
b) वाराणसी
c) पाटलिपुत्र
d) कांची
Ans-a
16-निम्नलिखित राजवंशों में किसका उल्लेख संगम साहित्य में नहीं हुआ है-
a) कदम्ब
b) चेर
c) चोल
d) पाण्ड्य
Ans-a
17-मुद्राराक्षस का लेखक निम्न में से कौन है –
a) अश्वघोष
b) कालिदास
c) विशाखदत्त
d) भास
Ans-c
मुद्राराक्षस की रचना विशाखदत्त ने की थी। इस ग्रंथ से मौर्य इतिहास, मुख्यतः चंद्रगुप्त मौर्य के जीवन पर प्रकाश पड़ता है। इसमें चंद्रगुप्त मौर्य को 'वृषल' तथा 'कुलहीन' कहा गया है। धुण्डिराज ने मुद्राराक्षस पर टीका लिखी है।
18-'कुमारसम्भव' महाकाव्य किस कवि ने लिखा-
a) बाणभट्ट
b) चंदबरदाई
c) कालिदास
d) हरिसेन
Ans-c
कुमारसम्भव महाकाव्य की रचना महाकवि कालिदास ने की थी। इसमें 17 सर्ग हैं, जिनमें प्रकृति चित्रण तथा कार्तिकेय की जन्म कथा वर्णित है।
19-चोल काल किसके लिए प्रसिद्ध था-
a) ग्राम पंचायत (VillageAssembly)
b) राष्ट्रकूट राजवंश के साथ युद्ध
c) श्रीलंका के साथ व्यापार
d) तमिल संस्कृति की उन्नति
e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
Ans-a
20-दक्षिण भारत के मंदिरों के आकर्षक द्वार क्या कहलाते हैं-
a) शिखर
b) देवालय
c) गोपुरम्
d) मंडपम्
e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
Ans-c
दक्षिण के मंदिरों के आकर्षक द्वार को गोपुरम्' कहते हैं। पाण्ड्यों, चोलों के राज्यकाल में द्रविड़ शैली पनपती रही। पाण्ड्य काल में मंदिर छोटे होते थे, किंतु उनके प्रांगण के चारों ओर अनेक प्राचीर बनाए जाते थे। इनके प्रवेश द्वार, जिन्हें 'गोपुरम्' कहा जाता था, भव्य विशाल और प्रचुर मात्रा में शिल्पकारिता से अलंकृत होते थे। चोल कालीन वास्तुकला की विशेषता मंदिर नहीं, अपितु गोपुरम् है।
BPSC Previous Year History Questions
21-प्रसिद्ध दस राजाओं का युद्ध किस नदी के तट पर लड़ा गया-
a) गंगा
b) कावेरी
c) ब्रह्मपुत्र
d) परुष्णी
Ans-d
दशराज्ञ युद्ध (दस राजाओं का युद्ध) परुष्णी नदी (वर्तमान में रावी) के तट पर लड़ा गया, जिसमें भरतो के राजा सुदास ने दस राजाओं के एक संघ को हराया। इस संघ में आर्यों के प्रमुख जन अनु, दुह, यदु, पुरू, तुर्वसु) तथा 5 लघु जनजातियों का समूह सम्मिलित था, जिसके पुरोहित विश्वामित्र थे।
22-हड़प्पा में मिट्टी के बर्तनों पर सामान्यतः किस रंग का उपयोग हुआ था-
a) पांडु
b) लाल
c) नीला-हरा
d) नीला
Ans-b
23-महात्मा बुद्ध का 'महापरिनिर्वाण' कहां हुआ-
a) लुम्बिनी में
b) बोधगया में
c) कुशीनगर में
d) कपिलवस्तु में
Ans-c
24-निम्नलिखित में से कौन-सी बात बौद्ध धर्म तथा जैन धर्म में समान नहीं है-
a) वेदों के प्रति उदासीनता
b) आत्म दमन
c) रीति व रिवाजों की अस्वीकृति
d) अहिंसा
Ans-b
.
(BPSC Previous Year History Questions in Hindi)
25-विश्व का पहला गणतंत्र वैशाली में किसके द्वारा स्थापित किया गया-
a) मौर्य
b) नंद
c) लिच्छवि
d) गुप्त
Ans-c
26-इंडिका का लेखक कौन था-
a) विष्णुगुप्त
b) डाइमेकस
c) मेगस्थनीज
d) प्लिनी
Ans-c
27-किस अभिलेख में रुद्रदामन प्रथम की विभिन्न उपलब्धियां वर्णित हैं-
a) जूनागढ़
b) नासिक
c) भितरी
d) सांची
Ans-a
(BPSC Previous Year History Questions in Hindi)
28-गुप्त सम्राट, जिसने 'हूणों' को पराजित किया, थे-
a) चंद्रगुप्त द्वितीय
b) स्कंदगुप्त
c) रामगुप्त
d) समुद्रगुप्त
Ans-b
29-कल्हण की पुस्तक का नाम क्या है-
a) अर्थशास्त्र
b) पुराण
c) इंडिका
d) राजतरंगिणी
Ans-d
कल्हण ने राजतरंगिणी में कश्मीर का इतिहास लिखा। इस ग्रंथ की रचना कल्हण ने जयसिंह (1127-1159) के शासनकाल में पूर्ण किया। चंद्रगुप्त मौर्य के प्रधानमंत्री चाणक्य ने राजनीतिशास्त्र पर प्रसिद्ध ग्रंथ 'अर्थशास्त्र' की रचना की।
30-'ओदंतपुर' शिक्षा केंद्र निम्न में से किस राज्य में अवस्थित था?
a) बंगाल
b) बिहार
c) तमिलनाडु
d) गुजरात
e) उपरोक्त में से कोई नहीं/ उपरोक्त में से एक से अधिक
Ans-b
ओदंतपुर जिसे उदनापुर भी कहा जाता है, प्राचीन काल में एक प्रमुख शिक्षा केंद्र था। यह बिहार राज्य में अवस्थित था। इसकी स्थापना पाल वंश के प्रथम शासक गोपाल ने की थी।
31-नालंदा विश्वविद्यालय के स्थापना का युग है-
a) कुषाण
b) गुप्त
c) मौर्य
d) पाल
Ans-b
32-किस काल में अछूत की अवधारणा स्पष्ट रूप से उद्धृत हुई थी-
a) ऋग्वैदिक काल में
b) उत्तर-गुप्तकाल में
c) उत्तर-वैदिक काल में
d) धर्मशास्त्र के समय में
Ans-d
धर्मशास्त्रों के समय में चार वर्णों (ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य एवं शूद्र) के अतिरिक्त समाज में अन्य अनेक जातियों यथा—अम्बष्ठ, उग्र, > -निषाद, मागध, वैदेहक, रथकार आदि का आविर्भाव अनुलोम एवं प्रतिलोम विवाहों के फलस्वरूप हो गया। पाणिनि ने दो प्रकार के शूद्रों का उल्लेख किया है—निरवसित एवं अनिरवसित। इनमें पहले प्रकार के शूद्र ही अस्पृश्य माने जाते थे।
33-ईसा पूर्व छठीं सदी में विश्व की प्रथम गणतंत्रात्मक व्यवस्था कहां थी-
a) वैशाली
b) स्पार्टा
c) एथेन्स
d) पाटलिपुत्र
Ans-a
34-पाटलिपुत्र में स्थित चंद्रगुप्त का महल मुख्यतः बना था-
a) ईंटों का
b) लकड़ी का
c) पत्थर का
d) मिट्टी का
Ans-b
बिहार में पटना के समीप बुलन्दीबाग एवं कुम्रहार में की गई खुदाई से मौर्य काल के लकड़ी के विशाल भवनों के अवशेष प्रकाश में आए हैं। इन्हें प्रकाश में लाने का श्रेय स्पूनर महोदय को है। बुलन्दीबाग से नगर के परकोटे के अवशेष तथा कुम्रहार से राजप्रासाद के अवशेष प्राप्त हुए हैं।
35-अभिलेख, जिससे यह प्रमाणित होता है कि चंद्रगुप्त का प्रभाव पश्चिम भारत पर था, है-
a) कलिंग शिलालेख
b) अशोक का गिरनार शिलालेख
c) रुद्रदामन का जूनागढ़ शिलालेख
d) अशोक का सोपारा शिलालेख
Ans-c
36-कला की गांधार शैली निम्न समय में फली-फूली-
a) कुषाणों के समय
b) गुप्तों के समय
c) अकबर के समय
d) मौर्यों के समय
Ans-a
कुषाण शासक कनिष्क के शासनकाल में कला के क्षेत्र में दो स्वतंत्र शैलियों का विकास हुआ –
(1) गांधार शैली, (2) मथुरा शैली। इन दोनों को कनिष्क की ओर से पर्याप्त प्रोत्साहन दिया गया।
गांधार कला यूनानी कला से प्रभावित थी।
37-प्राचीन भारत का नेपोलियन किसे कहा जाता है-
a) चन्द्रगुप्त मौर्य
b) पुष्यमित्र
c) कनिष्क
d) समुद्रगुप्त
Ans-d
38-भागवत सम्प्रदाय के विकास में किसकी देन अत्यधिक थी-
a) पार्थियन
b) हिन्द-यूनानी
c) कुषाण
d) गुप्त
Ans-d
भागवत अथवा वैष्णव धर्म का चरमोत्कर्ष गुप्त राजाओं के शासनहुआ। गुप्त नरेश वैष्णव मतानुयायी थे तथा उन्होंने इसे अपना राजधर्म बनाया था। अधिकांश शासक ‘परमभागवत' की उपाधि धारण करते थे। विष्णु का वाहन ‘गरुड़' गुप्तों का राजचिह्न काल में था।
BPSC Previous Year History Questions in Hindi
39-संगम युग में 'उरैयूर' किसलिए विख्यात था-
a) मसालों के व्यापार का महत्वपूर्ण केंद्र
b) कपास के व्यापार का महत्वपूर्ण केंद्र
c) विदेशी व्यापार का महत्वपूर्ण व्यापारिक केंद्र
d) आंतरिक व्यापार का महत्वपूर्ण केंद्र
Ans-b
तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली में अवस्थित कावेरी नदी के तट पर उरैयूर संगम कालीन चोलों की राजधानी थी। यह कारी एवं वाराणम् नामों से भी प्रसिद्ध था। संगम युग में उरैयूर कपास तथा सूती वस्त्रों का बहुत बड़ा केंद्र था।
40-नगरों का क्रमिक पतन किस काल की एक महत्वपूर्ण विशेषता थी
(1) गुप्तकाल
(2) प्रतिहार युग
(3) राष्ट्रकूट
(4) सातवाहन युग
Ans-a
गुप्तकाल में नगर क्रमिक पतन की ओर अग्रसर हुए। संपूर्ण गंगा घाटी में जो शहर पहले अत्यन्त समृद्ध अवस्था में थे, उनमें से अधिकांश को गुप्त युग में या तो त्याग दिया गया या वहां के आवसन में पर्याप्त विघटन हुआ। पाटलिपुत्र जैसा महत्वपूर्ण नगर ह्वेनसांग के आगमन तक गांव बन गया। मथुरा जैसा महत्वपूर्ण नगर एवं कुम्रहार, सोनपुर, सोहगौरा और उत्तर प्रदेश में गंगा घाटी के अनेक महत्वपूर्ण केंद्र ह्रास के ही प्रमाण प्रस्तुत करते हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें