शिक्षण सूत्र:-
EVS Pedagogy Notes
किसी भी अधिगम को प्रभावी एवं सफल बनाने के लिए अधिगम सूत्रों का प्रयोग किया जाता है।
पर्यावरण का अध्ययन कराने के लिए अनेकों प्रकार के शिक्षण सूत्र का प्रयोग किया जाता है।
1) ज्ञात से अज्ञात की ओर (From known to unknown)
2) मूर्त से अमूर्त की ओर (From concrete to abstract)
3) सरल से जटिल की ओर (From simple to complex)
4) पूर्ण से अंश की ओर (From whole to part)
5) विशिष्ट से सामान्य की ओर (From specific to general)
6) विश्लेषण से संश्लेषण की ओर (From analysis to synthesis)
7) आगमन से निगमन की ओर (From Inductive to Deductive Method)
8) अनुभव से तर्क की ओर (From experience to logic)
9) प्रत्यक्ष से अप्रत्यक्ष की ओर (From direct to indirect)
10) अनिश्चित से निश्चित की ओर (From uncertain to definite)
अवधारणा को प्रस्तुत करने की दृष्टिकोण:-
NCF 2005 के अनुसार पर्यावरण शिक्षण की प्रक्रिया रचनात्मक,बाल केंद्रित, अधिगम केंद्रित होनी चाहिए।
● बालकों के समक्ष पर्यावरण की अवधारणा का प्रस्तुतीकरण क्रिया आधारित अधिगम के द्वारा की जानी चाहिए।
गतिविधि(Activities)
गतिविधि के अंतर्गत बच्चों को कुछ क्रियाएं जाती है तथा उसके लिए अनेको क्रियाकलापों की मदद से बच्चों को पर्यावरण की शिक्षा दी जाती है।
पर्यावरण शिक्षा के अंतर्गत कई प्रकार की गतिविधियां करवाई जाती है।
गतिविधियां मुख्य रूप से दो प्रकार से करवाई जाती है।
1) कक्षा कक्ष में की जाने वाली गतिविधि
2) कक्षा के बाहर की जाने वाली गतिविधि
1) कक्षा कक्ष में की जाने वाली गतिविधि
- वाद विवाद
- प्रश्न पूछना
- कक्षा कक्ष में रोल प्ले
- पर्यावरण प्रतियोगिताएं
- उदाहरण :- चित्रकला प्रतियोगिता, वाद-विवाद प्रतियोगिता, क्विज प्रतियोगिता इत्यादि ।
2) कक्षा के बाहर की जाने वाली गतिविधि
- शैक्षिक भ्रमण
- बागवानी
- सेमिनार
- परियोजना कार्य
- सामूहिक खेल एवं व्यायाम
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